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थायराइड के लिए धनिये का पानी और अश्वगंधा: इस्तेमाल करने का सही तरीका

नमस्ते दोस्तों! मैं वैष्णवी।

अपने थायराइड के मुख्य गाइड में हमने कई घरेलू उपायों के बारे में बात की थी। लेकिन उनमें से दो चीजें ऐसी हैं जिनके बारे में मुझे सबसे ज़्यादा सवाल मिलते हैं – धनिये का पानी और अश्वगंधा

ये दोनों ही हमारी आयुर्वेदिक परंपरा का एक बहुत ही महत्वपूर्ण हिस्सा हैं और थायराइड को मैनेज करने में इन्हें किसी चमत्कार से कम नहीं माना जाता। लेकिन सिर्फ इन्हें लेना ही काफी नहीं है, इनका पूरा फायदा उठाने के लिए इन्हें सही तरीके से और सही समय पर लेना बहुत ज़रूरी है।

आज इस डिटेल्ड ब्लॉग में, मैं आपको बताऊँगी कि इन दोनों शक्तिशाली नुस्खों को इस्तेमाल करने का सही तरीका क्या है, इनके पीछे का विज्ञान क्या है, और आपको किन बातों का ध्यान रखना चाहिए।

1. धनिये का पानी (Coriander Water)

Coriander Water

धनिये के बीज हर भारतीय किचन में होते हैं, लेकिन क्या आप जानती हैं कि ये छोटे-छोटे बीज आपकी थायराइड की सेहत के लिए कितने फायदेमंद हैं?

ये क्यों काम करता है?

धनिये के बीज एंटीऑक्सीडेंट्स और विटामिन्स (जैसे विटामिन A, C, और K) से भरपूर होते हैं। आयुर्वेद के अनुसार, ये शरीर की गर्मी को शांत करते हैं और लिवर को डिटॉक्स करने में मदद करते हैं। एक स्वस्थ लिवर थायराइड हॉर्मोन T4 को एक्टिव T3 हॉर्मोन में बदलने के लिए बहुत ज़रूरी है। जब आपका लिवर ठीक से काम करता है, तो आपका थायराइड फंक्शन भी अपने आप सुधरने लगता है।

बनाने की सही विधि:

  1. रात में सोने से पहले, 2 चम्मच साबुत धनिये के बीजों को एक गिलास (लगभग 200ml) पीने के पानी में भिगो दें।
  2. सुबह उठकर, इस पानी को बीजों के साथ एक पैन में डालें। इसे धीमी आंच पर तब तक उबालें जब तक कि पानी आधा न रह जाए (लगभग 100ml)।
  3. अब इस पानी को एक कप में छान लें। बीज अलग हो जाएंगे।

पीने का सही समय और तरीका:

  • इस पानी को सुबह-सुबह, खाली पेट, चाय की तरह धीरे-धीरे पिएं।
  • इसे पीने के बाद कम से कम 30-45 मिनट तक कुछ और न खाएं-पिएं, ताकि आपका शरीर इसके गुणों को अच्छी तरह सोख सके।

2. अश्वगंधा (Ashwagandha)

अश्वगंधा को “भारतीय जिनसेंग” भी कहा जाता है और ये आयुर्वेद की सबसे शक्तिशाली जड़ी-बूटियों में से एक है।

ये क्यों काम करता है?

अश्वगंधा एक “एडाप्टोजेन” है। इसका मतलब है कि ये शरीर को शारीरिक और मानसिक तनाव से लड़ने और उसके अनुकूल ढलने में मदद करता है।

  • तनाव कम करता है: तनाव से हमारे शरीर में “कॉर्टिसोल” नाम का स्ट्रेस हॉर्मोन बढ़ता है। ये बढ़ा हुआ कॉर्टिसोल थायराइड ग्रंथि के फंक्शन को सीधे तौर पर बिगाड़ता है। अश्वगंधा इस कॉर्टिसोल के लेवल को कम करने में मदद करता है।
  • हॉर्मोन्स को बैलेंस करता है: कुछ स्टडीज में पाया गया है कि अश्वगंधा हाइपोथायराइड (जब हॉर्मोन कम बनता है) के केस में T3 और T4 हॉर्मोन्स के प्रोडक्शन को बढ़ाने में मदद कर सकता है।

लेने का सही तरीका और समय:

अश्वगंधा को लेने का सबसे अच्छा तरीका पाउडर के रूप में है।

  1. रात को सोने से लगभग एक घंटा पहले, एक कप गुनगुने दूध में आधा से एक चम्मच अश्वगंधा पाउडर और एक चुटकी दालचीनी या जायफल पाउडर मिलाकर पिएं। दूध के साथ लेने से ये अच्छी नींद लाने में भी मदद करता है।
  2. अगर आपको दूध पसंद नहीं है, तो आप इसे शहद के साथ मिलाकर भी ले सकती हैं।

किन बातों का ध्यान रखें?

  • मात्रा: हमेशा कम मात्रा (आधा चम्मच) से शुरू करें।
  • कब न लें: अगर आपको हाइपरथायराइड (जब हॉर्मोन ज़्यादा बनता है) की समस्या है, तो अश्वगंधा लेने से पहले डॉक्टर से ज़रूर पूछें, क्योंकि ये हॉर्मोन लेवल को और बढ़ा सकता है। गर्भवती महिलाओं को भी इसका सेवन नहीं करना चाहिए।

अश्वगंधा और थायराइड पर हुई वैज्ञानिक स्टडीज के बारे में और जानने के लिए आप National Library of Medicine की वेबसाइट देख सकते हैं।

अक्सर पूछे जाने वाले सवाल (FAQs)

Q1: क्या मैं धनिया पाउडर का इस्तेमाल कर सकती हूँ?

Ans: नहीं, आपको साबुत धनिये के बीजों का ही इस्तेमाल करना है। पाउडर में वो गुण नहीं होते जो रात भर भीगने और उबलने के बाद बीजों से निकलते हैं।

Q2: अश्वगंधा का असर कितने दिनों में दिखता है?

Ans: अश्वगंधा एक जड़ी-बूटी है, कोई जादू की गोली नहीं। इसका असर देखने के लिए आपको इसे अपनी दिनचर्या में शामिल करना होगा और कम से कम 4-6 हफ़्तों तक लगातार लेना होगा।

Q3: क्या मैं इन दोनों नुस्खों को एक साथ ले सकती हूँ?

Ans: हाँ, आप इन दोनों को एक साथ अपनी दिनचर्या में शामिल कर सकती हैं। सुबह खाली पेट धनिये का पानी और रात को सोने से पहले अश्वगंधा लेना एक बहुत ही अच्छा कॉम्बिनेशन है।

डिस्क्लेमर: इस लेख में दी गई जानकारी मेरे निजी अनुभव, रिसर्च और सामान्य जानकारी पर आधारित है। ये किसी भी तरह से प्रोफेशनल मेडिकल सलाह का विकल्प नहीं है। थायराइड एक गंभीर स्वास्थ्य समस्या हो सकती है, इसलिए किसी भी नुस्खे को आज़माने या अपनी जीवनशैली में बड़ा बदलाव करने से पहले, कृपया अपने डॉक्टर से सलाह ज़रूर लें। इस पोस्ट में उपयोग की गई सभी तस्वीरें AI (आर्टिफिशियल इंटेलिजेंस) द्वारा केवल प्रतिनिधिक उद्देश्यों के लिए बनाई गई हैं।

इन दोनों प्राकृतिक उपायों को अपनी जीवनशैली में शामिल करके आप अपने थायराइड को बेहतर तरीके से मैनेज कर सकती हैं।

– वैष्णवी 🌿

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